ओवरसाइट बोर्ड ने पाकिस्तान में बच्चे के साथ शोषण से जुड़ी एक न्यूज़ डॉक्यूमेंट्री के बारे में केस की घोषणा की

आज बोर्ड एक नए केस की सुनवाई करने की घोषणा कर रहा है. इसके तहत हम लोगों और संगठनों को पब्लिक कमेंट सबमिट करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं.

केस का चयन

चूँकि हम सभी अपीलों पर सुनवाई नहीं कर सकते, इसलिए बोर्ड उन केस को प्राथमिकता देता है, जिनका असर दुनिया भर के यूज़र्स पर पड़ सकता है और जो सार्वजनिक विचार-विमर्श के लिए बेहद ज़रूरी होते हैं या जो Meta की पॉलिसी पर बड़े सवाल खड़े करते हैं.

आज हम इस केस की सुनवाई की घोषणा कर रहे हैं:

पाकिस्तान में बच्चे के साथ शोषण से संबंधित न्यूज़ डॉक्यूमेंट्री

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Meta रेफ़रल

पब्लिक कमेंट यहाँ से सबमिट करें, जिन्हें अनाम रूप से भी दर्ज किया जा सकता है.

नोट: पढ़ने से पहले कृपया यह जान लें कि केस के इस सारांश में नाबालिगों के खिलाफ़ यौन हिंसा से जुड़े कंटेंट से संबंधित तकलीफ़देह सामग्री शामिल है.

जनवरी 2022 में, एक समाचार संगठन ने अपने Facebook पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें एक ऐसे व्यक्ति के बारे में डॉक्यूमेंट्री थी, जिस पर पाकिस्तानी कोर्ट में सीरीयल मर्डर करने का आरोप लगाया गया था. इस कंटेंट में उर्दू भाषा में उस व्यक्ति के अपराधों के बारे में विस्तार से बताया गया था, जिसमें 1990 के दशक में कई बच्चों के साथ यौन शोषण करना और उनका मर्डर करना शामिल था, और उसके बाद उस व्यक्ति की गिरफ़्तारी और मुकदमे के बारे में भी बताया गया था. वीडियो में पीड़ित बच्चों को पहचानने योग्य फ़ोटो स्पष्ट रूप से दिखाई गई हैं. कैप्शन में चेतावनी दी गई है कि वीडियो में अपराधी और उसके अपराधों से जुड़े लोगों के इंटरव्यू और यौन शोषण और हिंसा के बारे में विवरण शामिल हैं. इस कंटेंट को लगभग 2.18 करोड़ बार देखा गया, इस पर लगभग 51,000 रिएक्शन दिए गए और 5,000 कमेंट किए गए और इसे लगभग 18,000 बार शेयर किया गया.

इसे पोस्ट किए जाने के बाद, 67 यूज़र्स ने इस कंटेंट की रिपोर्ट की, जबकि Meta के हाई रिस्क अर्ली रिव्यू ऑपरेशंस (HERO) सिस्टम ने इसके बहुत ज़्यादा वायरल होने के सिग्नल के कारण आठ बार इसकी रिपोर्ट की. Meta के HERO सिस्टम को संभावित रूप से उल्लंघन करने वाले कंटेंट को पहचानने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसके वायरल होने की ज़्यादा संभावना होने का पूर्वानुमान होता है. जब सिस्टम ऐसे कंटेंट को पहचान लेता है, तो इस कंटेंट को Meta के भाषा, मार्केट और पॉलिसी संबंधी विशेषज्ञता वाले स्टाफ़ द्वारा ह्यूमन रिव्यू के लिए प्राथमिकता दी जाती है.

इस केस में, शुरुआती ऑटोमेटेड रिव्यू और ह्यूमन रिव्यूअर ने तय किया कि इस कंटेंट ने किसी भी कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन नहीं किया. हालाँकि, बाद में अतिरिक्त रिव्यू स्टेज के बाद, Meta ने फ़ैसला लिया कि कंटेंट को बनाए रखने का उसका शुरुआती फ़ैसला गलत था. फिर, कंपनी ने “नाम या फ़ोटो के आधार पर यौन शोषण के कथित पीड़ितों की पहचान करने वाला या उनका मज़ाक उड़ाने वाला कंटेंट" शेयर करने पर बच्चों के यौन शोषण, दुर्व्यवहार और नग्नता पॉलिसी के प्रतिबंध का उल्लंघन करने के कारण इस पोस्ट को हटा दिया. Meta ने वीडियो के सार्वजनिक हित और जागरूकता बढ़ाने वाले संदर्भ और पोस्ट किए जाने वाले और हटाए जाने वाले कंटेंट के बीच की महत्वपूर्ण अवधि के कारण कंटेंट पोस्ट करने वाले समाचार संगठन के अकाउंट के खिलाफ़ कोई शिकायत नहीं की.

Meta ने यह देखते हुए इस केस को बोर्ड को रेफ़र किया कि यह Meta की वॉइस, सुरक्षा, प्राइवेसी और गरिमा के मूल्यों में तनाव को दर्शाता है, जब कंटेंट में एक डॉक्यूमेंट्री में बाल शोषण के पीड़ितों की फ़ोटो शेयर करना शामिल होता है. Meta इस केस को महत्वपूर्ण और मुश्किल मानता है क्योंकि कंपनी को "बाल पीड़ितों की सुरक्षा, प्राइवेसी और गरिमा का इस तथ्य के सामने मूल्यांकन करना है कि फुटेज में बाल पीड़ितों की पहचान पर जोर नहीं दिया गया है, दिखाए गए ईवेंट 30 साल पहले के हैं और ऐसा लगता है कि वीडियो एक सीरियल किलर के अपराधों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उच्च सार्वजनिक हित वाले मुद्दों पर चर्चा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.”

बोर्ड ने बाल पीड़ितों के अधिकारों पर Meta के बाल यौन शोषण, दुर्व्यवहार और नग्नता से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के प्रभाव का मूल्यांकन करने के लिए यह केस चुना, खास तौर पर रिपोर्टिंग के संदर्भ में और जब बहुत ज़्यादा समय बीत चुका हो. यह यूज़र्स के साथ उचित व्यवहार करने की बोर्ड की स्ट्रेटेजिक प्राथमिकता के अंतर्गत आता है.

बोर्ड ऐसे पब्लिक कमेंट की सराहना करता है, जिनसे इस बारे में जानकारी मिले:

  • पाकिस्तान में मीडिया की स्वतंत्रता, खास तौर पर बच्चों के खिलाफ़ होने वाले अपराधों पर रिपोर्टिंग में प्रेस या सोशल मीडिया पर कोई कानूनी प्रतिबंध.
  • क्या Meta की बाल यौन शोषण, दुर्व्यवहार और नग्नता पॉलिसी, यौन अपराधों के पहचानने योग्य बाल पीड़ितों और उनके परिवारों के अधिकारों के साथ-साथ ऐसे अपराधों के बारे में रिपोर्ट करने या इनके बारे में जागरूकता बढ़ाने वाले लोगों के बीच अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों को पर्याप्त रूप से सुरक्षित रखती है.
  • ऐतिहासिक अपराधों सहित बाल पीड़ितों के खिलाफ़ होने वाले यौन अपराधों की रिपोर्टिंग पर नैतिक पत्रकारिता संबंधी स्टैंडर्ड और रिपोर्टिंग में व्यापक विवरण और/या पीड़ितों के नाम या चेहरे शामिल करना जिससे उनकी पहचान की जा सके.
  • संभावित रूप से वायरल होने वाले कंटेंट पर एन्फ़ोर्समेंट संबंधी फ़ैसलों का पता लगाने और उन्हें प्राथमिकता देने के लिए डिज़ाइन किए गए ऑटोमेटेड सिस्टम से जुड़े ट्रेड-ऑफ़.

अपने फ़ैसलों के तहत, बोर्ड की ओर से Meta को पॉलिसी से जुड़े सुझाव दिए जा सकते हैं. ये सुझाव बाध्यकारी नहीं होते हैं, लेकिन Meta को 60 दिनों के अंदर इन सुझावों पर अपनी राय रखनी होती है. वैसे, बोर्ड इस केस के लिए प्रासंगिक सुझाव देने वाले पब्लिक कमेंट का स्वागत करता है.

पब्लिक कमेंट

अगर आपको या आपके संगठन को लगता है कि इस केस को लेकर आप हमें ऐसी कोई जानकारी दे सकते हैं, जिससे हमें सही फ़ैसला लेने में मदद मिलेगी, तो आप ऊपर दिए गए लिंक के ज़रिए अपनी बात हम तक पहुँचा सकते हैं. कृपया ध्यान रखें कि पब्लिक कमेंट अनाम रूप से भी दर्ज करवाए जा सकते हैं. पब्लिक कमेंट की विंडो 14 दिनों तक खुली रहेगी, जो मंगलवार, 12 मार्च को आपके स्थानीय समयानुसार रात 11:59 बजे बंद हो जाएगी.

इसके बाद क्या होगा

अगले कुछ हफ़्तों में बोर्ड के मेंबर इस केस पर विचार-विमर्श करेंगे. जब वे अपने आखिरी फ़ैसले पर पहुँच जाएँगे, तब हम उस फ़ैसले को ओवरसाइट बोर्ड की वेबसाइट पर पोस्ट करेंगे.

यहाँ साइन अप करें, ताकि जब बोर्ड नए केस की सुनवाई की घोषणा करे या अपने फ़ैसले प्रकाशित करे, तो उनके अपडेट आपको मिल जाएँ.

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