ओवरसाइट बोर्ड ने Meta के मूल फ़ैसले को बदला: केस 2021-015-FB-UA

ओवरसाइट बोर्ड ने एक Facebook पोस्ट को हटाने के Meta के मूल फ़ैसले को बदल दिया, जिसमें डॉक्टर की सलाह पर ली जाने वाली दवाई Adderall® के बारे में किसी डॉक्टर से कैसे बात करें, इसके लिए सलाह माँगी गई थी. बोर्ड को कंटेंट और नुकसान की आशंका के बीच कोई सीधा संबंध दिखाई नहीं दिया.

केस की जानकारी

जून 2021 में अमेरिका के एक Facebook यूज़र ने एक प्राइवेट ग्रुप में पोस्ट की, जिसमें बताया गया था कि वह ध्यान में कमी और अतिसक्रियता विकार (अटेंशन डेफ़िसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) (ADHD) से पीड़ित वयस्कों के लिए है. उस यूज़र ने खुद को ADHD से पीड़ित बताया और ग्रुप में पूछा कि डॉक्टर से किसी ख़ास दवाई के बारे में किस तरह बात करनी चाहिए. यूज़र ने कहा कि उन्हें Xanax लेने के लिए कहा गया है, लेकिन पहले Adderall दवाई दी गई थी, जिससे उन्हें फ़ायदा हुआ था, जबकि दूसरी दवाओं से उन्हें “zombie me out” (बेहोशी सी) रहती है. उन्हें इस बात की चिंता है कि अगर वे डॉक्टर से उस दवा के बारे में बात करेंगे तो कहीं उन्हें ड्रग लेने वाला व्यक्ति न मान लिया जाए. ग्रुप के मेंबर्स ने पोस्ट पर कमेंट किए थे, जिनमें उन्होंने यूज़र को इस बारे में सलाह दी थी कि उन्हें अपनी स्थिति के बारे में किसी डॉक्टर को कैसे बताना चाहिए.

अगस्त 2021 में, Meta ने Facebook के प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के तहत उस कंटेंट हटाया था. कंटेंट हटाने के साथ, Meta ने यूज़र के अकाउंट पर 30 दिनों के लिए रोक लगा दी थी. बोर्ड द्वारा इस केस को चुने जाने की वजह से Meta ने कंटेंट को हटाने के अपने फ़ैसले को “एन्फ़ोर्समेंट से जुड़ी गलती” माना और कंटेंट को रीस्टोर कर दिया.

मुख्य निष्कर्ष

बोर्ड ने पाया कि पोस्ट को हटाने का Meta का मूल फ़ैसला Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड के अनुसार नहीं लिया गया था. प्रतिबंधित वस्तु और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में ऐसे कंटेंट को प्रतिबंधित नहीं किया गया है, जिसमें चिकित्सीय स्थिति के संदर्भ में फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स के बारे में सलाह माँगी हो.

बोर्ड ने पाया कि Facebook के प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड में दी गई नशीले पदार्थों की परिभाषाएँ, यूज़र्स के लिए पर्याप्त रूप से स्पष्ट नहीं हैं. इस केस में नियम ख़ास तौर पर समझ से परे हैं, क्योंकि बोर्ड के साथ शेयर की गई आंतरिक परिभाषाओं में Adderall और Xanax, अलग-अलग परिस्थितियों के अनुसार या तो गैर-चिकित्सीय दवा मानी जाती हैं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की श्रेणी में आती हैं. फ़िलहाल Meta की ओर से लोगों के लिए उपलब्ध दस्तावेज़ में गैर-चिकित्सीय दवाओं या फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स की परिभाषा नहीं दी गई है.

बोर्ड मानता है कि Meta का पोस्ट हटाने का फ़ैसला अनावश्यक और गलत था. कंटेंट और नुकसान की आशंका के बीच कोई सीधा संबंध नहीं था. यूज़र ने साफ़ तौर पर बताया कि उनका इरादा स्वास्थ्य संबंधी जानकारी पाने का था और उन्होंने अपनी पोस्ट में जिन ड्रग्स की चर्चा की है, उससे जुड़े जोखिमों के बारे में कंटेंट की चेतावनी भी जोड़ी है “CW: दवाई, लत,”.

Meta द्वारा पोस्ट हटाने से यूज़र के खिलाफ़ स्ट्राइक भी जेनरेट हुई और पहले लगी हुई स्ट्राइक के साथ कुल मिलाकर उनके अकाउंट पर 30 दिनों के लिए रोक लगा दी गई. यूज़र की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन इस अवधि के पहले खत्म नहीं हुआ और Meta यूज़र के लिए प्रभावी उपाय करने की ज़िम्मेदारी निभाने में विफल रहा. भविष्य में, कंटेंट स्तर के एन्फ़ोर्समेंट नियमों की वजह से अकाउंट स्तर के दंड लगने पर कंपनी को समय रहते यूज़र की अपील का रिव्यू करना चाहिए.

ओवरसाइट बोर्ड का फ़ैसला

ओवरसाइट बोर्ड ने संबंधित कंटेंट को हटाने के Meta के मूल फ़ैसले को बदल दिया है.

पॉलिसी से जुड़े सुझाव देते हुए बोर्ड ने कहा कि Meta:

  • “गैर-चिकित्सीय दवाओं” और “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” के लिए प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़े Facebook कम्युनिटी स्टैंडर्ड में अपनी आंतरिक परिभाषाएँ प्रकाशित करे. प्रकाशित परिभाषाओं में: (a) यह स्पष्ट होना चाहिए कि कुछ नशीले पदार्थ या तो “गैर-चिकित्सीय दवा” या “फ़ार्मास्युटिकल ड्रग्स” की श्रेणी में आ सकते हैं और (b) उन परिस्थितियों के बारे में बताए कि कौन-सा नशीला पदार्थ इनमें से कौन-सी श्रेणी में आएगा.
  • प्राथमिकता तय करने वाले उस डायनेमिक सिस्टम को लागू करने के परिणाम और कमियों का अध्ययन करे, जो ह्यूमन रिव्यू के लिए अपीलों का क्रम तय करता है और इस बात पर ध्यान दे कि किसी एन्फ़ोर्समेंट के फ़ैसले के कारण अकाउंट पर रोक लगना इस सिस्टम के मानदंडों में होना चाहिए या नहीं. Meta को इन जाँचों के परिणाम बोर्ड के साथ शेयर करने चाहिए और इस सुझाव का अनुपालन दर्शाने के लिए इन्हें अपनी तिमाही बोर्ड ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में भी दिखाना चाहिए.
  • रिव्यूअर की सटीकता दर को लेकर नियमित तौर पर मूल्यांकन होने चाहिए, जो प्रतिबंधित वस्तुओं और सेवाओं से जुड़ी पॉलिसी पर केंद्रित हों. Meta को बोर्ड के साथ इन मूल्यांकनों के परिणाम शेयर करना चाहिए, जिनके साथ यह भी बताया जाए कि एन्फ़ोर्समेंट ऑपरेशन के सुधार में और पॉलिसी को बेहतर बनाने में ये परिणाम किस तरह से उपयोगी साबित होंगे और अपनी तिमाही बोर्ड ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में परिणामों का सारांश देना चाहिए. Meta इस बात पर विचार कर सकता है कि इस तरह के मूल्यांकन अन्य कम्युनिटी स्टैंडर्ड में रिव्यूअर की सटीकता दरों में भी किए जाने चाहिए या नहीं.

नोट: बोर्ड के सुझावों पर आसानी से विस्तृत प्रतिक्रिया दी जा सके इसके लिए Meta के पास अब प्रतिक्रिया देने के लिए 30 दिनों के बजाय 60 दिन का समय होगा. इस बदलाव को दर्शाने के लिए बोर्ड के उपनियम अपडेट किए गए हैं और इसका संशोधित किया गया संस्करण यहाँ उपलब्ध है.

अधिक जानकारी के लिए:

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