ओवरसाइट बोर्ड ने पहली वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित की

वह सुझाव, जिसकी वजह से इस बोर्ड की शुरुआत हुई – कि सोशल मीडिया कंपनियों को कंटेंट मॉडरेशन से जुड़े अहम फ़ैसले खुद नहीं लेने चाहिए – यह कहना जितना आसान था, करना उतना ही मुश्किल. अपने शुरुआती साल में, हमने इस सुझाव पर अमल करने की शुरुआत की.

आज हम अपनी पहली वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करने जा रहे हैं, जिसमें अक्टूबर 2020 (जब हमने अपील स्वीकार करने की शुरुआत की थी) से लेकर दिसंबर 2021 तक की जानकारी है. दुनिया भर के यूज़र्स और प्रभावित होने वाले अन्य लोगों के साथ Meta किस तरह से पेश आता है, उस तरीके में सुधार लाने के लिए हमने जो भी काम किए हैं, वे सभी इस रिपोर्ट में बताए गए हैं – और इससे पता चलता है कि अभी और कितना काम होना बाकी है.

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हमारी वार्षिक रिपोर्ट अरबी, चीनी, फ़्रांसीसी, रूसी और स्पैनिश भाषा में भी उपलब्ध है.

इस रिपोर्ट की कुछ महत्वपूर्ण बातों को नीचे संक्षेप में बताया गया है.

बोर्ड को दस लाख से ज़्यादा यूज़र्स की अपील मिलीं

इस कंपनी से अलग किसी ऐसे संगठन की माँग बड़े पैमाने पर Facebook और Instagram के यूज़र्स के बीच साफ़ तौर से उठ रही थी, जहाँ वे Meta के कंटेंट मॉडरेशन के फ़ैसलों के खिलाफ़ अपील कर सकें. यूज़र्स ने दिसंबर 2021 तक बोर्ड को दस लाख से ज़्यादा अपीलें सबमिट कीं, जिनमें हर 10 में से 8 से ज़्यादा अपीलें Facebook या Instagram पर उन पोस्ट से संबंधित कंटेंट को रीस्टोर करने के लिए की गई थीं, जो कथित तौर पर धमकाने, नफ़रत फैलाने वाली भाषा, या हिंसा और लोगों को भड़काने पर रोक लगाने के लिए बनाए गए Meta के नियमों का उल्लंघन करती थीं.

मानवाधिकार-आधारित नज़रिया अपनाते हुए 20 फ़ैसले लिए गए

हमने अलग-अलग राष्ट्रीयता, बैकग्राउंड और नज़रियों वाले अपने लोगों से सीखा कि जटिल समस्याओं वाले केस से जुड़े फ़ैसले विचार-विमर्श करके कैसे लिए जाते हैं. 2021 में हमने 20 महत्वपूर्ण केस से जुड़ी पूरी जानकारी सार्वजनिक करते हुए फ़ैसले जारी किए, जिनमें नफ़रत फैलाने वाली भाषा से लेकर COVID-19 से जुड़ी गलत जानकारी पर आधारित मामले थे. इनमें 14 केस ऐसे थे, जिनमें Meta के दिए फ़ैसलों को बदला गया. हमने कंटेंट मॉडरेशन के फ़ैसलों का विश्लेषण करने के लिए मानवाधिकार-आधारित नज़रिया अपनाया और इन फ़ैसलों पर हमें लोगों की ओर से लगभग 10,000 कमेंट मिले, जिनसे हमें अपने शुरुआती फ़ैसले लेने में मदद मिली. हमने अपने शुरुआती 20 केस की सुनवाई के दौरान Meta से 300 से ज़्यादा सवाल पूछे, जिससे कंपनी के साथ बातचीत करने का एक ऐसा पारदर्शी प्लेटफ़ॉर्म मिला, जो पहले कभी मौजूद नहीं था. ऐसे कई केस थे, जिनमें बोर्ड की ओर से उठाए गए कदमों को देखते हुए कंपनी ने खुद आगे रहकर कंटेंट मॉडरेशन से जुड़े गलत फ़ैसलों को बदला.

हमने अपने सुझावों का यूज़र्स पर बढ़ता प्रभाव देखा

2021 में हमने Meta को 86 सुझाव भी दिए, जिससे यह कंपनी अपनी पॉलिसी के बारे में और पारदर्शिता लाने के लिए प्रेरित हुई. केस से जुड़े हमारे फ़ैसलों और पॉलिसी के सुझावों के आधार पर Meta ने जो कदम उठाए, उनसे यूज़र्स को दी जाने वाली सर्विस में सुधार होना शुरू हुआ:

  • Meta अब अंग्रेज़ी में Facebook का उपयोग करने वाले लोगों को नफ़रत फैलाने वाली भाषा से जुड़े अपने नियमों को तोड़ने के बारे में ज़्यादा जानकारी देकर बताता है कि उन्होंने क्या गलत किया है.
  • कंपनी कुछ लोकेशन पर लोगों को मैसेज के ज़रिए यह बताने का काम शुरू कर रही है कि उनका कंटेंट ऑटोमेशन के ज़रिए हटाया गया था या फिर ह्यूमन रिव्यू के बाद हटाया गया, वहीं कंपनी अपनी पारदर्शिता रिपोर्टिंग में सरकारी अनुरोधों और किसी कंटेंट में लोगों की दिलचस्पी की वजह से दी जाने वाली छूट के बारे में नई जानकारी देने की पूरी कोशिश करती है.
  • Meta ने Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का अनुवाद पंजाबी और उर्दू भाषा में करवाया है, और वह इस प्लेटफ़ॉर्म के नियमों का अनुवाद मराठी, तेलुगू, तमिल और गुजराती में करवाने की पूरी कोशिश कर रहा है. अनुवाद पूरा हो जाने के बाद, 40 करोड़ से भी ज़्यादा लोग Facebook के नियम अपनी मातृभाषा में पढ़ पाएँगे.

सुझावों पर अमल करने के लिए डेटा आधारित एक नया तरीका अपनाया

हालाँकि Meta 2021 में हमारे द्वारा दिए गए ज़्यादातर सुझावों पर अमल करने की पूरी कोशिश कर रहा है, फिर भी हमारा अगला काम यह पक्का करना है कि कंपनी अपने वादों को पूरा करे, जिससे Facebook और Instagram का उपयोग करने वाले लोगों को बेहतर अनुभव मिलेगा. इसी वजह से हमारी वार्षिक रिपोर्ट में डेटा पर आधारित एक नया तरीका अपनाया गया है, जिससे यह ट्रैक किया जाता है कि कंपनी हमारे हर एक सुझाव को किस तरह लागू कर रही है. इससे सामने आया है कि 2021 में हमारे द्वारा दिए गए 86 सुझावों में से दो-तिहाई पर Meta ने या तो अमल किया या फिर सुझावों के अनुसार काम जारी होने की जानकारी दी. हमने यूज़र्स पर अपने सुझावों से पड़े असर को पूरी तरह से समझने के लिए Meta से नया डेटा भी माँगा है.

2022 और उसके बाद हमारे काम का दायरा और बढ़ाने की योजना है

बोर्ड ने एक ऐसे प्रोजेक्ट की नींव तैयार करना शुरू कर दिया है, जिसके ज़रिए Meta में बदलाव लाने का काम सफलतापूर्वक किया जा सकता है. 2022 की इस शानदार शुरुआत के ज़रिए हम अपने काम को और बेहतर बनाएँगे. पिछले महीने ही हमने तीन नए बोर्ड मेंबर्स को अपने साथ जोड़ा है, और हम अपने काम का दायरा बढ़ाने के बारे में Meta से बातचीत कर रहे हैं, जिसमें ग्रुप और अकाउंट जैसे मामलों से जुड़े उसके फ़ैसलों को लेकर यूज़र की अपीलों का रिव्यू करना भी शामिल है. हम एशिया, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और अफ़्रीका में भी अपने हितधारकों की पहुँच का दायरा बढ़ा रहे हैं. जैसे-जैसे हम अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाएँगे, वैसे-वैसे बोर्ड कंपनियों, सरकारों, शिक्षाविदों और समाज के सामूहिक प्रयास से एक उज्ज्वल, सुरक्षित, डिजिटल भविष्य को आकार देता जाएगा, जिसका फ़ायदा पूरी दुनिया को मिलेगा.

इसके बाद क्या होगा

पारदर्शिता लाने की अपनी कोशिशों के तहत हम पूरे साल के दौरान हर तिमाही में पारदर्शिता रिपोर्ट भी प्रकाशित करते हैं. आज हम अपनी वार्षिक रिपोर्ट के साथ-साथ 2021 की चौथी तिमाही की अपनी पारदर्शिता रिपोर्ट भी प्रकाशित करने जा रहे हैं. आने वाले हफ़्तों में हम 2022 की पहली तिमाही की अपनी पारदर्शिता रिपोर्ट भी जारी करेंगे.

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