ओवरसाइट बोर्ड ने क्रॉस-चेक के बारे में पॉलिसी से संबंधित सलाह के लिए पब्लिक कमेंट माँगे हैं

अक्टूबर में बोर्ड ने पॉलिसी से संबंधित सलाह के तौर पर Meta के उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया, जिसमें उसने बोर्ड से कहा है कि वह कंपनी के क्रॉस-चेक सिस्टम का रिव्यू करके उसमें बदलाव करने के बारे में सुझाव दे. इसके तुरंत बाद Meta ने इस अनुरोध से जुड़ी अन्य जानकारी रिलीज़ की और आज से बोर्ड, पॉलिसी से संबंधित इस सलाह के लिए पब्लिक कमेंट स्वीकार करेगा.

कंटेंट को हटाने या रीस्टोर करने के अलग-अलग केसों को रिव्यू करने के अलावा, बोर्ड Meta की पॉलिसी से संबंधित सलाह भी स्वीकार कर सकता है. बाहरी स्टेकहोल्डर्स से जानकारी मिलने के बाद बोर्ड इस बारे में विस्तृत सुझाव देता है कि Meta को किसी ख़ास विषय से जुड़ी अपनी पॉलिसी में क्या बदलाव करने चाहिए.

Meta को बोर्ड के सुझावों को इसकी पॉलिसी बनाने से जुड़ी अधिकारिक प्रक्रिया के दौरान विचार करने के लिए भेजना चाहिए और इसके बारे में नियमित अपडेट देने चाहिए, जिसमें इसके न्यूज़रूम के ज़रिए अपडेट देना शामिल है. बोर्ड की पॉलिसी से संबंधित सलाह वैसे तो बाध्यकारी नहीं होती है, लेकिन Meta को हमारे सुझाव मिलने के बाद सार्वजनिक रूप से जवाब देना होगा और परिणामस्वरूप लिए गए एक्शन बताने होंगे.

पॉलिसी से संबंधित सलाह 2021-02

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*इस सारांश में, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म को Facebook कहा गया है जबकि Meta उस कंपनी का नाम है जो Facebook की मालिक है और उसे मैनेज करती है.

पॉलिसी से संबंधित सलाह का यह अनुरोध Meta की क्रॉस-चेक से जुड़ी पॉलिसी से संबंधित है, जो एक ऐसा सिस्टम है जिससे कंपनी को "यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि [Facebook के] कम्युनिटी स्टैंडर्ड के संबंध में किए गए एन्फ़ोर्समेंट के फ़ैसले सटीकता से लिए जाएँ और उनके लिए अतिरिक्त ह्यूमन रिव्यू की मदद ली जाए.”

Meta ने बोर्ड को बताया कि "अभिव्यक्ति" और मानवाधिकारों को सुरक्षित रखने के काम में क्रॉस-चेक सिस्टम की एक अहम भूमिका होती है. कंपनी ने यह भी कहा कि उसके बिज़नेस पार्टनर्स के साथ अच्छे संबंधों को बनाए रखने में भी इस सिस्टम की एक अहम भूमिका होती है. “बड़ी मात्रा में फ़ॉलोअर्स वाले किसी पेज या प्रोफ़ाइल की ओर से पोस्ट किए गए कंटेंट को गलत ढंग से हटा देने की वजह से Facebook के बिज़नेस पार्टनर्स और उन्हें फ़ॉलो करने वाले कई सारे यूज़र्स दोनों पर इसका गलत प्रभाव पड़ सकता है.”

Meta ने बताया कि Facebook के “प्राइमेरी रिव्यू सिस्टम ज़्यादा गंभीर कंटेंट को प्राथमिकता देने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हैं, जिसमें तेज़ी से फैलने वाले 'वायरल' कंटेंट का रिव्यू पहले करना शामिल होता है.” जब सिस्टम इस तरह के कंटेंट को आगे की कार्रवाई के लिए फ़्लैग करते हैं, तो Facebook के रिव्यूअर्स यह तय करते हैं कि संबंधित कंटेंट प्लेटफ़ॉर्म पर रहने लायक है या नहीं. Meta ने यह भी बताया कि उसका “उद्देश्य सही फ़ैसले लेना है, लेकिन वह यह भी मानता है कि कभी-कभी फ़ैसले फ़ॉल्स पॉज़िटिव भी हो सकते हैं [उल्लंघन नहीं करने वाले कंटेंट को गलती से हटा देना].” क्रॉस-चेक उन सिस्टम में से एक है जिसका उपयोग Meta, Facebook पर फ़ॉल्स पॉज़िटिव गलतियों से बचने के लिए करता है; लेकिन यह इस तरह का एकमात्र सिस्टम नहीं है.

Meta ने कहा कि पहले कंपनी उन यूज़र्स या संस्थाओं की लिस्ट तैयार करके यह तय करती थी कि किस पर क्रॉस-चेक रिव्यू किया जाना चाहिए, जिससे फ़ॉल्स पॉज़िटिव एक्शन लिए जाने का जोखिम ज़्यादा होता था. "'फ़ॉल्स निगेटिव का जोखिम' उस कंटेंट या संस्थाओं पर किए गए गलत एन्फ़ोर्समेंट के जोखिम के बारे में बताता है जो वास्तव में Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन नहीं करते हैं". Meta ने कई तरह के मापदंड लागू किए थे, जिनमें यूज़र या संस्था का प्रकार (जैसे कि निर्वाचित अधिकारी, पत्रकार, महत्वपूर्ण बिज़नेस पार्टनर, मानवाधिकार संगठन), फ़ॉलोअर्स की संख्या और व्यक्ति या संस्था की विषय-वस्तु शामिल हैं. जब उन लिस्ट में शामिल यूज़र्स या संस्थाओं ने ऐसा कंटेंट पोस्ट करते थे या ऐसे एक्शन लेते थे, जिन्हें Facebook के सिस्टम ने फ़्लैग किया होता था, तो उन्हें क्रॉस-चेक रिव्यू की कतार में जोड़ दिया जाता था.”

2020 की शुरुआत में Meta ने: "ऐसे बदलाव किए, जिससे कतार में जोड़े गए अधिकतर कंटेंट को जोखिम के फ़्रेमवर्क का उपयोग करके प्राथमिकता दी गई, जिसके कारण फ़ॉल्स पॉज़िटिव का ऐसा जोखिम सामने आया, जो Facebook द्वारा गलत ढंग से कंटेंट को हटा देने पर सामने आ सकता था. जोखिम का यह फ़्रेमवर्क आम तौर पर तीन कारकों पर निर्भर करता था: (1) व्यक्ति या संस्था की संवेदनशीलता, (2) कथित उल्लंघन की गंभीरता और (3) संभावित एन्फ़ोर्समेंट एक्शन की गंभीरता. उन कारकों के आधार पर, कंटेंट पर रिव्यू के तीन टियर में से एक असाइन किया जाता था: कम (कॉन्ट्रेक्ट रिव्यूअर्स द्वारा रिव्यू किया जाता था), मध्यम (हमारी उस मार्केट टीम द्वारा रिव्यू किया जाता था, जिसके पास विशिष्ट क्षेत्रीय विशेषज्ञता होती थी) और ज़्यादा (हमारी उस मार्केट टीम और जल्दी रिस्पॉन्स देने वाली टीम द्वारा रिव्यू किया जाता था, जिसके पास पॉलिसी से जुड़ी ख़ास विशेषज्ञता और अतिरिक्त संदर्भ को शामिल करने की क्षमता होती थी). रिव्यू के उन टियर के अंतर्गत, कतार में जोड़े गए कंटेंट को पॉलिसी के उल्लंघन की संभावित गंभीरता के अनुसार प्राथमिकता दी जाती थी.”

इसके बाद रिव्यूअर्स कंटेंट की जाँच करते थे, यह कन्फ़र्म करते थे कि इससे उसकी पॉलिसी का उल्लंघन हुआ था या नहीं और अगर ऐसा होता था, तो उन पॉलिसी को लागू करते थे. केस की जटिलता के आधार पर, इस रिव्यू को संभावित तौर पर सीधे कंपनी के शीर्ष अधिकारियों तक पहुँचाया जा सकता था.

Meta ने सिस्टम का समग्र विश्लेषण करने और सुधार के अवसर ढूँढने के बाद 2021 में धीरे-धीरे क्रॉस-चेक सिस्टम में अतिरिक्त बदलाव किए. Meta ने कुछ बदलाव लागू किए, जिनमें क्रॉस-चेक को दो भागों में बाँटना शामिल है. "जनरल सेकंडरी रिव्यू" और "जल्दी रिस्पॉन्स वाला (ER) सेकंडरी रिव्यू."

ER सेकंडरी रिव्यू पहले का क्रॉस-चेक सिस्टम है, जिसके बारे में ऊपर बताया गया है और संस्थाओं (यानी यूज़र्स, पेज, ग्रुप आदि) की लिस्ट का उपयोग करके इसे बनाए रखा जाएगा. हालाँकि, Meta ने क्रॉस-चेक लिस्ट को तैयार करने और उनमें बदलाव करने की प्रक्रिया को बदल दिया है. “सितंबर 2020 से पहले, अधिकांश कर्मचारियों के पास किसी यूज़र या संस्था को क्रॉस-चेक लिस्ट में जोड़ने की क्षमता थी. सितंबर 2020 के बाद, कोई भी कर्मचारी यह अनुरोध कर सकता है कि किसी यूज़र या संस्था को क्रॉस-चेक लिस्ट में जोड़ा जाए, लेकिन केवल कर्मचारियों के एक निर्धारित ग्रुप को ही उन्हें इस लिस्ट में जोड़ने का अधिकार है.” ER सेकंडरी रिव्यू से संबंधित लिस्ट में 16 अक्टूबर 2021 तक 660,000 से ज़्यादा व्यक्ति और संस्थाएँ शामिल थीं. Meta ने बताया कि ये लिस्ट स्थायी नहीं होती हैं और व्यक्ति या संस्थाओं को जोड़े या हटाए जाने से इनमें बदलाव होता रहता है.

जनरल सेकंडरी रिव्यू अधिकांश क्रॉस-चेक को दर्शाता है और यह बढ़ता रहेगा. 2021 के अंत तक, Meta का यह लक्ष्य है कि Instagram और Facebook के सभी यूज़र्स और संस्थाओं के लिए यह सिस्टम उपलब्ध हो जाए. जनरल सेकंडरी रिव्यू, प्राथमिकता से जुड़े "क्रॉस-चेक रैंकर" नाम के डायनेमिक सिस्टम का उपयोग करके काम करेगा. “क्रॉस-चेक रैंकर कुछ मापदंडों का उपयोग करके गलत परिणाम के जोखिम के आधार पर कंटेंट को रैंकिंग देता है जैसे विषय की संवेदनशीलता (विषय कितना चर्चित/संवेदनशील है), एन्फ़ोर्समेंट की गंभीरता (संभावित एन्फ़ोर्समेंट एक्शन की गंभीरता), गलत परिणाम की संभावना, अनुमानित पहुँच और संस्था की संवेदनशीलता (ज़्यादातर मामले में तैयार की गई लिस्ट पर आधारित, जैसा कि ऊपर बताया गया है).” जनरल सेकंडरी रिव्यू, क्रॉस-चेक किए गए अधिकांश कंटेंट और संस्थाओं को दर्शाता है.

क्रॉस-चेक रैंकर को तैयार करते समय Meta ने ऑपरेशन, पॉलिसी और प्रोडक्ट टीम के 14 आंतरिक स्टेकहोल्डर्स का इंटरव्यू लिया, ताकि वह ज़्यादा एन्फ़ोर्समेंट के जोखिमों को बेहतर ढंग से समझ सकें. कंपनी ने "एन्फ़ोर्समेंट के काम करने के तरीके को समझाने से जुड़ी जटिलताओं के कारण आंतरिक स्टेकहोल्डर्स को चुना, लेकिन [वह] आगे चलकर बाहरी लोगों को जोड़ने पर भी विचार कर रही है.”

Meta ने स्वीकार किया कि क्रॉस-चेक को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण संसाधनों को लगाने के बावजूद, उसके सामने इससे संबंधित कठिनाइयाँ अभी भी हैं कि “वह खुले तौर पर बातचीत और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देते रहना सुनिश्चित करते हुए” Facebook की पॉलिसी का उल्लंघन करने वाले कंटेंट को हटाने के बीच संतुलन कैसे बनाए. कंपनी ने बोर्ड से तीन सवाल किए, जिन्हें बोर्ड अपनी पब्लिक कमेंट की माँग में शामिल कर रहा है.

Meta द्वारा बोर्ड से पूछे गए सवाल:

  • बड़े पैमाने पर कंटेंट मॉडरेशन की जटिलताओं के कारण, Meta को क्रॉस-चेक में लचीलेपन, बारीक अंतर और संदर्भ-विशेष से जुड़े फ़ैसलों की ज़रूरत के साथ Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड को उचित और निष्पक्ष रूप से लागू करने की अपनी ज़रूरत को कैसे संतुलित करना चाहिए?
  • ज़्यादा एन्फ़ोर्समेंट की संभावना को कम करते हुए, बिज़नेस में लचीलापन बनाए रखते हुए और रिव्यू की प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ावा देते हुए Facebook के कम्युनिटी स्टैंडर्ड को निष्पक्ष रूप से लागू करने के लिए Meta को अर्ली रिस्पॉन्स ("ER") सेकंडरी रिव्यू क्रॉस-चेक सिस्टम को नियंत्रित करने के अपने तरीके में क्या सुधार करने चाहिए?
  • इस सिस्टम को एक्सेस करने और इसे निष्पक्षता से लागू करना सुनिश्चित करने के लिए कंपनी के क्रॉस-चेक रैंकर को यह तय करने के लिए कई कारकों में से किस कारक का उपयोग करना चाहिए कि ER सेकंडरी रिव्यू में किसे शामिल किया जाए और किसे प्राथमिकता दी जाए?

बोर्ड ने इन विषयों पर पब्लिक कमेंट माँगे:

  • क्या किसी क्रॉस-चेक सिस्टम की ज़रूरत है और क्या इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अन्य मानवाधिकारों की सुरक्षा मज़बूत या कमज़ोर होती है.
  • क्रॉस-चेक को "फ़ॉल्स पॉज़िटिव" को रोकने की प्रक्रिया के रूप में डिज़ाइन किया गया है. "फ़ॉल्स निगेटिव" [उल्लंघन करने वाले कंटेंट पर एक्शन नहीं लेने की गलती] के जोखिमों को कम करने के लिए इस सिस्टम में संभव हो तो किन जाँचों और संतुलनों पर विचार किया जाना चाहिए?
  • इस बारे में सुझाव कि Meta को यह सुनिश्चित करने के लिए क्या करना चाहिए कि उसकी आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया सहित क्रॉस-चेक सिस्टम निष्पक्ष और राजनैतिक व अन्य पूर्वाग्रहों से मुक्त रहे.
  • Meta को विषय की संवेदनशीलता, एन्फ़ोर्समेंट की गंभीरता, फ़ॉल्स पॉज़िटिव की संभावना, अनुमानित पहुँच और संस्था के स्वभाव तथा महत्व के अलावा "क्रॉस-चेक रैंकर" सिस्टम में किन कारकों को शामिल करना चाहिए? ये कारक किस तरह तय किए जाने चाहिए?
  • ज़्यादा गंभीर कंटेंट के रिव्यू को प्राथमिकता देने के लिए उपयोग की जाने वाली ऑटोमेटेड टेक्नोलॉजी के फ़ायदे और सीमाएँ.
  • इस बारे में जानकारी कि अंग्रेज़ी भाषा में पोस्ट नहीं करने वाले यूज़र्स और संस्थाओं के लिए क्रॉस-चेक सिस्टम को कैसे बेहतर बनाया जाना चाहिए या इसे कैसे बेहतर बनाया जा सकता है.
  • क्रॉस चेक जैसे अन्य सिस्टम की जानकारी, जिन्हें अन्य सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म उपयोग करते हैं और सीखे गए सबक जिन्हें Meta पर लागू किया जा सकता है.
  • Meta, क्रॉस-चेक सिस्टम की पारदर्शिता को कैसे बेहतर बना सकता है.
  • Meta को क्रॉस-चेक सिस्टम को बेहतर बनाने के काम में क्या अतिरिक्त रिसर्च करनी चाहिए और क्या रिसोर्स लगाने चाहिए?

पब्लिक कमेंट

पॉलिसी से संबंधित सलाह तैयार करने की बोर्ड की प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा लोगों और संगठनों से अतिरिक्त जानकारी और विशेषज्ञता पाना है. इससे बोर्ड के सदस्यों को और जानकारी मिलेगी तथा इस बारे में समझ बढ़ेगी कि Meta की पॉलिसी दुनिया के विभिन्न हिस्सों के अलग-अलग लोगों को कैसे प्रभावित करती हैं.

अगर आपको या आपके संगठन को ऐसा लगता है कि आप पॉलिसी से संबंधित सलाह देने के इस अनुरोध के बारे में मूल्यवान सुझाव दे सकते हैं, तो आप यहाँ अपना योगदान दे सकते हैं.

क्रॉस-चेक के बारे में पॉलिसी से संबंधित सलाह के इस अनुरोध के बारे में पब्लिक कमेंट देने का समय GMT के अनुसार शुक्रवार, 14 जनवरी 2022, दोपहर 3 बजे तक है.

यह समय-सीमा किसी नए केस पर पब्लिक कमेंट देने की अवधि से ज़्यादा है, क्योंकि पॉलिसी से संबंधित सलाह देने की प्रक्रिया में केस पर फ़ैसले देेने की तरह समय की बाध्यता नहीं होती है. इसके अतिरिक्त, पब्लिक कमेंट अधिकतम छह पेज के हो सकते हैं और बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध किसी भी भाषा में दिए जा सकते हैं. इससे अहम मुद्दों पर सलाह देने के लिए कई लोग भाग लेंगे. भाषाओं की पूरी लिस्ट ऊपर दिए गए लिंक के ज़रिए उपलब्ध है.

बोर्ड पॉलिसी पर राय देने की रिक्वेस्ट पर कैसे जवाब देता है?

1.बोर्ड Meta के पॉलिसी से संबंधित सलाह देने के अनुरोध को स्वीकार करता है

जब Meta बोर्ड से पॉलिसी से संबंधित सलाह देने का अनुरोध करता है, तो यह बोर्ड के चारों सह-अध्यक्षों में से किसी एक को असाइन किया जाता है. संबंधित सह-अध्यक्ष उठाए गए मुख्य मुद्दे का संक्षेप में वर्णन करते हुए बोर्ड के सभी सदस्यों के लिए मेमो ड्राफ़्ट करते हैं. इसके आधार पर, बोर्ड के सदस्य Meta के अनुरोध को स्वीकार या अस्वीकार करने के लिए वोट देते हैं.

2.समिति पॉलिसी के विकल्प तैयार करती है

अगर बोर्ड अनुरोध स्वीकार करता है, तो सह-अध्यक्ष बोर्ड के कम से कम पाँच सदस्यों की समिति असाइन करते हैं. बोर्ड के सदस्यों को विशेषज्ञता और दिलचस्पी के आधार पर स्वेच्छा से शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है. कोई भी बची हुई वैकेंसी बिना किसी तय क्रम में बोर्ड के उन सदस्यों को असाइन की जाती हैं जो सह-अध्यक्ष नहीं हैं, इसमें लिंग की विविधता भी सुनिश्चित की जाती है.

लीड ड्राफ़्टर को नियुक्त करने के बाद, समिति Meta से अतिरिक्त जानकारी देने का अनुरोध करने, साथ ही ओवरसाइट बोर्ड एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा रिसर्च करने और स्टेकहोल्डर के एंगेजमेंट के लिए योजना बनाने हेतु सहमत होती है. जब समिति को Meta, एडमिनिस्ट्रेशन और बाहरी स्टेकहोल्डर्स से अपने सवालों के जवाब मिल जाते हैं, तो यह पॉलिसी के विकल्प ड्राफ़्ट करती है, जिन पर पूरा बोर्ड विचार करता है.

3. बोर्ड विचार-विमर्श करता है और सुझाव देता है

बोर्ड के सभी सदस्य पॉलिसी के इन विकल्पों पर चर्चा करने के लिए विचार-विमर्श में शामिल होते हैं. इन विचार-विमर्शों के आधार पर, लीड ड्राफ़्टर पॉलिसी से संबंधित सलाह तैयार करता है, जिसमें Meta के लिए विस्तृत सुझाव होते हैं. बोर्ड के सदस्य इस पर फ़ीडबैक देते हैं और बदलाव का प्रस्ताव देते हैं.

4.पॉलिसी से संबंधित सलाह स्वीकृत और प्रकाशित हो जाती है

पॉलिसी से संबंधित सलाह बोर्ड के सभी सदस्यों को उपलब्ध करवाई जाती है, और वे इसे बहुमत से स्वीकृत या अस्वीकृत करते हैं. अगर यह स्वीकृत हो जाती है, तो पॉलिसी से संबंधित सलाह को बोर्ड की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाता है और Meta को इसका जवाब देना होता है. अगर यह अस्वीकृत हो जाती है, तो सह-अध्यक्ष इसके कारणों पर चर्चा करते हैं और यह तय करते हैं कि आगे कैसे बढ़ा जाए.

इसके बाद क्या

बोर्ड ने पॉलिसी से संबंधित सलाह देने के इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और वह ज़रूरी जानकारी एकत्र कर रहा है, जिसमें आज ही लॉन्च हुई पब्लिक कमेंट की माँग के ज़रिए जानकारी एकत्र करना शामिल है.

जून में हमने निवास की निजी जानकारी शेयर करने के बारे में पॉलिसी से संबंधित सलाह के एक और अनुरोध को स्वीकार किया. हम इस सलाह को अगले साल की शुरुआत में प्रकाशित करेंगे.

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