ओवरसाइट बोर्ड ने पहला संक्षिप्त फ़ैसला प्रकाशित किया

फ़रवरी में हमारे उपनियमों में किए गए बदलावों के बाद, आज हम तीन संक्षिप्त फ़ैसले जारी कर रहे हैं, जो गिनी-बिसाऊ के उपनिवेशवाद-विरोधी नेता अमिल्कर काबराल की तारीफ़, एक महिला के खिलाफ़ अमानवीय भाषण और पेरू के तत्कालीन राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के खिलाफ़ मुहावरेदार बयान के बारे में हैं. संक्षिप्त फ़ैसलों में उन सभी केस की जाँच की जाती है, जिनमें हमारे द्वारा किसी कंटेंट की ओर Meta का ध्यान खींचे जाने के बाद, Meta उससे जुड़े अपने मूल फ़ैसले को पलट देता है.

संक्षिप्त फ़ैसले क्या होते हैं?

बोर्ड के कुछ सदस्यों से मिलकर बनने वाली हमारी केस चयन समिति जब कुछ ऐसे केस की लिस्ट तैयार कर लेती है, जिन्हें वह सुनवाई के लिए चुन सकती है, तब कभी-कभी Meta को ऐसा लगता है कि किसी पोस्ट पर उसके द्वारा लिया गया मूल फ़ैसला गलत था और वह अपने फ़ैसले को पलट देता है. अभी तक, Meta इस तरीके से ऐसे लगभग 100 केस में अपने मूल फ़ैसले पलट चुका है, जिनकी ओर हमने उसका ध्यान खींचा था. इनमें से ज़्यादातर केस में, Meta ने संबंधित कंटेंट को रीस्टोर किया है.

Meta के द्वारा अपने मूल फ़ैसलों को पलटने के बावजूद भी बोर्ड इस तरह के केस का रिव्यू करना बंद नहीं करता है. इस तरह के केस में हमारे कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए गए हैं, जिनमें “ स्तन कैंसर के लक्षण और नग्नता” तथा “ ओजलान का एकांत कारावास” जैसे केस में लिए गए फ़ैसले शामिल हैं. बोर्ड के तौर पर, हम ऐसे कुछ और केस की जाँच करना चाहते हैं, जिनमें Meta ने बाद में अपने मूल फ़ैसले को पलट दिया था. हमारा मानना ​​है कि संक्षिप्त फ़ैसलों का यूज़र्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और इनसे Meta को भविष्य के लिए ज़रूरी सबक सीखने में मदद मिल सकती है.

अब हमारी केस चयन समिति ने इनमें से कुछ केस को संक्षिप्त फ़ैसलों के तौर पर रिव्यू करने के लिए चुनना शुरू कर दिया है. हमारे संक्षिप्त फ़ैसले यह बताते हैं कि हम किसी केस को महत्वपूर्ण क्यों मानते हैं और यह चर्चा करते हैं कि Meta से यह गलती क्यों हुई होगी. हमारे सामान्य फ़ैसलों की तरह ही संक्षिप्त फ़ैसले भी Meta के लिए बाध्यकारी होते हैं. इन्हें पूरे बोर्ड के बजाय, सिर्फ़ केस चयन समिति ड्राफ़्ट करती है और इन पर वोटिंग भी सिर्फ़ यही समिति करती है और इन फ़ैसलों में पब्लिक कमेंट पर ध्यान नहीं दिया जाता है. हम संक्षिप्त फ़ैसलों सहित कितने तरह के फ़ैसले लेते हैं, इसकी अधिक जानकारी हमारे उपनियमों में दी गई है.

अपने शुरुआती संक्षिप्त फ़ैसले जारी करना

आज हम तीन संक्षिप्त फ़ैसले प्रकाशित कर रहे हैं, जो गिनी-बिसाऊ के उपनिवेशवाद-विरोधी नेता अमिल्कर काबराल की तारीफ़, पेरू के तत्कालीन राष्ट्रपति के खिलाफ़ मुहावरेदार बयान और एक महिला के खिलाफ़ अमानवीय भाषण के बारे में हैं. आप तीनों फ़ैसलों का सारांश नीचे पढ़ सकते हैं:

उपनिवेशवाद विरोधी नेता अमिल्कर काबराल (2023-017-FB-UA)

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यह केस Meta के उस मूल फ़ैसले से संबंधित है जिसमें उस Facebook पोस्ट को हटा दिया गया था, जिसमें गिनी-बिसाऊ के उपनिवेशवाद-विरोधी नेता अमिल्कर काबराल की तारीफ़ में एक कविता लिखी हुई थी. इस पोस्ट में उपनिवेशवाद-विरोधी संघर्ष में काबराल के योगदानों की तारीफ़ की गई थी और बताया गया था कि उनके योगदानों का अफ़्रीकी महाद्वीप पर कितना असर पड़ा है. इसे सबसे पहले खतरनाक संगठनों और लोगों से जुड़ी पॉलिसी का उल्लंघन करने के कारण हटा दिया गया था. जब बोर्ड ने इस केस की ओर Meta का ध्यान खींचा, तो कंपनी ने पाया कि इस कंटेंट को हटाने का उसका मूल फ़ैसला गलत था और उसने इस कंटेंट को प्लेटफ़ॉर्म पर रीस्टोर कर दिया. कंपनी ने बोर्ड को बताया कि गिनी-बिसाऊ के नेता अमिल्कर काबराल, उसकी खतरनाक संगठनों और लोगों की पॉलिसी में चिह्नित व्यक्ति नहीं हैं, लेकिन उनको गलती से इस पॉलिसी में चिह्नित कोई और व्यक्ति माना जा सकता है. इस केस का रिव्यू करने के बाद Meta ने कहा कि उसने अपनी एन्फ़ोर्समेंट प्रोसेस को बेहतर बनाया है ताकि “चिह्नित नहीं किए गए व्यक्ति अमिल्कर काबराल की तारीफ़ करने वाले कंटेंट को गलती से हटा न दिया जाए.”

पेरू के राष्ट्रपति के खिलाफ़ मुहावरेदार बयान (2023-016-FB-UA)

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यह केस Meta के उस Facebook पोस्ट को हटाने के मूल फ़ैसले से संबंधित है, जिसमें यह कहा गया था कि "we" (हम) पेरू के तत्कालीन राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को फाँसी देंगे और इसकी तुलना इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी को दी गई मौत की सज़ा से की गई थी. इस पोस्ट में कहा गया कि यह एक ‘मुहावरेदार’ बयान है, न कि डराने वाली धमकी और बताया गया कि यह बात राष्ट्रपति पर भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते, कॉन्ग्रेस की वोटिंग के द्वारा राष्ट्रपति के संभावित “Suspension” (निलंबन) के बारे में थी. Meta ने शुरुआत में इस पोस्ट को हिंसा और उकसावे से जुड़ी अपनी पॉलिसी के तहत हटा दिया था. लेकिन जब बोर्ड ने इस केस की ओर Meta का ध्यान खींचा, तब कंपनी ने यह पाया कि इस कंटेंट में हिंसा और उकसावे से जुड़ी उसकी पॉलिसी का उल्लंघन नहीं हुआ था. बयान मुहावरेदार होने की वजह से और तत्कालीन राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के खिलाफ़ चल रही महाभियोग की कार्रवाई के संदर्भ को देखते हुए, Meta इस नतीजे पर पहुँचा कि यूज़र तत्कालीन राष्ट्रपति के “निलंबन” (या महाभियोग) का समर्थन करता दिखाई दे रहा है, न कि उनके खिलाफ़ हिंसा की बात कर रहा है. इसलिए, इस कंटेंट को हटाने का शुरुआती फ़ैसला गलत था और Meta ने इसे Facebook पर रीस्टोर कर दिया.

महिला के खिलाफ़ अमानवीय भाषण (2023-015-FB-UA)

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इस केस में Meta ने एक ऐसी पोस्ट को नहीं हटाने का फ़ैसला किया था, जिसमें एक महिला की पहचान जाहिर करके उसकी तुलना मोटर वाहन (“ट्रक”) से की गई थी. इस पोस्ट को दो मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया और Facebook यूज़र्स ने 500 से ज़्यादा बार Meta को इसके कंटेंट की रिपोर्ट की. धमकियों और उत्पीड़न से जुड़ी Meta की पॉलिसी के तहत, कंपनी ऐसे कंटेंट को हटा देती है जिसमें आम लोगों का “[न]कारात्मक शारीरिक वर्णन करके उन पर हमले” किए जाते हैं या जिनमें “[यौ]न गतिविधि से जुड़े दावे” किए जाते हैं. जब बोर्ड ने Meta का ध्यान इस केस की ओर खींचा, तब Meta ने इस पोस्ट को हटा दिया. यह केस यह चिंता जाहिर करता है कि धमकियों और उत्पीड़न वाली जो पोस्ट महिलाओं और अन्य पिछड़े लोगों की ऑनलाइन अभिव्यक्ति के लिए बड़ा खतरा हो सकती हैं, उन पर Meta अपनी पॉलिसी लागू क्यों नहीं कर पा रहा है. इस पोस्ट को कई मिलियन व्यूज़ मिलने और सैकड़ों Facebook यूज़र्स द्वारा इसकी रिपोर्ट किए जाने के बावजूद भी Meta ने इस कंटेंट को नहीं हटाया, जिसमें धमकियों और उत्पीड़न से जुड़े कम्युनिटी स्टैंडर्ड के दो नियमों, “नकारात्मक शारीरिक वर्णन” और “यौन गतिविधि से जुड़े दावे” करके किसी पर हमला करना, का उल्लंघन किया गया था.

इसके बाद क्या होगा

आने वाले महीनों में, हम नियमित रूप से संक्षिप्त फ़ैसले प्रकाशित करेंगे. इनके साथ हम सामान्य फ़ैसले भी प्रकाशित करते रहेंगे, जो उस लंबे फ़ॉर्मेट में होते हैं जिसका उपयोग हम शुरुआत से ही करते आ रहे हैं और साथ ही शुरुआती तेज़ फ़ैसले भी प्रकाशित करेंगे. जब भी हम कोई नया फ़ैसला प्रकाशित करेंगे, तब हम अपनी वेबसाइट के ‘न्यूज़’ टैब पर उसकी जानकारी देंगे और ‘फ़ैसले’ टैब पर पूरा फ़ैसला जारी करेंगे.

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